ताले में कैद है 80 करोड़ रुपए से बना यह एयरपोर्ट, कहा जाता है 'Ghost' Airport
टूरिस्ट और बिजनेसमैन को आकर्षित करने के लिए 80 करोड़ की लागत से बनाया गया राजस्थान के जैसलमेर का एयरपोर्ट 3 सालों से ताले में बंद है। अब तक यहां से एक भी फ्लाइट नहीं उड़ी है। हाल ही जैसलमेर विजिट पर आए सिविल एविएशन मिनिस्टर महेश शर्मा ने कहा था कि जल्द ही यहां से फ्लाइट शुरू की जाएगी, लेकिन अभी भी यहां के लोगों को इसका इंतजार है। लोग कहते हैं घोस्ट एयरपोर्ट...- जैसलमेर के खुहड़ी रोड पर स्थित सिविल एयरपोर्ट के गेट पर दो होमगार्ड तैनात रहते हैं, लेकिन भीतर सन्नाटा पसरा रहता है।
- इस एयरपोर्ट को बनाने का काम 2011 में शुरू हुआ था, जो 2013 में बनकर तैयार हुआ था।
- एयरपोर्ट की सुरक्षा पिछले 4-5 साल से होमगार्ड के भरोसे ही है। चार होमगार्ड तीन शिफ्ट में यहां ड्यूटी देते हैं।
- इसके अलावा तीन सफाई कर्मचारी दिनभर साफ सफाई करने में और पौधों को पानी देने में लगे रहते हैं।
- यहां एक असिस्टेंट जनरल मैनेजर व मैनेजर नियुक्त है। वे भी रोज आकर ऑफिस में बैठने का काम करते हैं।
- एयरपोर्ट पर तैनात गार्ड बताते हैं कि यहां दिन भर में कोई नहीं आता है। पास ही स्थित वायुसेना परिसर से रोजाना दर्जनों लड़ाकू विमान उड़ते हैं जिन्हें हम देखते रहते हैं।
थार डेजर्ट का हिस्सा है जैसलमेर
- जैसलमेर राजस्थान के सबसे खूबसूरत शहरों में से एक है और टूरिज्म का सबसे आकर्षक स्थल भी है।
- जैसलमेर के आसपास का इलाका लगभग पूरी तरह से रेतीला है और यह थार मरुस्थल का एक हिस्सा है।
- यहां पहाड़ी पर बने हुए सोनार दुर्ग में राजमहल, प्राचीन जैन मंदिर और ज्ञान भंडार नाम की एक लाइब्रेरी है, जिसमें प्राचीन संस्कृत तथा प्राकृत पांडुलिपियां रखी हुई हैं।
- जैसलमेर हवेलियों, गलियों, प्राचीन जैन मंदिरों, मेलों और उत्सवों के लिए फेमस हैं।
- यहां का सोनार दुर्ग भी यूनेस्को की विश्व धरोहर में शामिल हो चूका है।
- जैसलमेर हर साल लाखों की संख्या में देसी-विदेशी टूरिस्ट आते हैं।
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