देहरादून: उत्तराखंड स्थित विश्वप्रसिद्ध हिमालयी धाम केदारनाथ के कपाट इस साल नौ मई को श्रद्धालुओं के दर्शन के लिये खोल दिये जायेंगे। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के सूत्रों के अनुसार, महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर केदारनाथ मंदिर के कपाट नौ मई को सुबह सात बजे श्रद्धालुओं के दर्शन के लिये खोलने का मुहूर्त निकाला गया।
भगवान शिव के शीतकालीन प्रवास स्थल उखीमठ में स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में मुख्य पुजारी भीमाशंकर लिंग ने धर्माधिकारियों की मौजूदगी में मुहूर्त की घोषणा की। दस हजार फीट से ज्यादा की उंचाई पर रूद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ मंदिर के कपाट पिछले वर्ष 13 नवंबर को श्रद्धालुओं के लिये बंद कर दिये गये थे।
बद्रीनाथ धाम के कपाट 11 मई को खुलेंगे
केदारनाथ के कपाट खुलने की तिथि तय होने के साथ ही हिमालयी चारधाम के नाम से मशहूर सभी धामों के खुलने की तारीख घोषित हो चुकी है। चमोली जिले में स्थित बद्रीनाथ धाम के कपाट जहां 11 मई को खुल रहे हैं वहीं उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर के कपाट भी अक्षय तृतीया के पर्व पर नौ मई को खुलेंगे।
शीतकाल के दौरान भारी बर्फबारी की चपेट में रहने के कारण चारों धामों के कपाट हर वर्ष अक्टूबर-नवंबर में श्रद्धालुओं के लिये बंद कर दिये जाते हैं जो अगले साल अप्रैल-मई में दोबारा खोले जाते हैं।
चारधाम यात्रा है गढवाल हिमालय की आर्थिक रीढ़
चारधाम यात्रा को गढवाल हिमालय की आर्थिकी की रीढ़ माना जाता है और हर साल करीब छह माह तक चलने वाले यात्रा सीजन के दौरान देश विदेश से लाखों श्रद्धालु और पर्यटक इन धामों के दर्शन के लिये पहुंचते हैं।
वर्ष 2013 के मध्य में आयी भीषण प्राकृतिक आपदा के बाद चारधामों विशेष रूप से केदारनाथ मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भारी गिरावट दर्ज की गयी लेकिन राज्य सरकार को उम्मीद है कि केदारनाथ तथा आसपास के क्षेत्रों में हुए पुनर्निर्माण के बाद फिर से यात्रा की रौनक लौट आयेगी
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